विदेशी निवेश (Foreign Investment in Maharashtra) को महाराष्ट्र में आकर्षित करने के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Maharashtra CM Devendra Fadnavis) 20 से 24 जनवरी तक दावोस समिट (Davos) में भाग लेने जा रहे हैं। वे 19 जनवरी की सुबह मुंबई से रवाना होंगे। इससे पहले पिछले साल तत्कालीन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) 15 से 19 जनवरी 2024 तक दावोस में आयोजित विश्व आर्थिक सम्मेलन (World Economic Forum) में भाग लिया था। उस समय शिंदे ने 3,53,000 करोड़ रुपये के कई सारी कंपनियों के साथ एमओयू किया था, लेकिन आज तक यह पता नहीं चला कि उनके किए गए एमओयू में से कितने का प्रत्यक्ष निवेश हुआ। फडणवीस के लिए चुनौती है कि वे शिंदे से ज्यादा के निवेश पर एमओयू करें।
देवेंद्र फडणवीस लाएंगे बड़े पैमाने पर इंवेस्टमेंट
Devendra Fadnavis बतौर मुख्यमंत्री साल 2018 के बाद पहली बार दावोस की यात्रा करेंगे। अपने पहले कार्यकाल 2014 से 2019 के बीच मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस तीन बार दावोस गए थे। तब औद्योगिक विकास (Industrial Development in Maharashtra ) में महाराष्ट्र पांचवें स्थान से पहले स्थान पर आ गया है। उस दौरान राज्य में दो बार मॅग्नेटिक महाराष्ट्र का आयोजन किया था। मुख्यमंत्री फडणवीस वहां विश्व के कई नेताओं और दिग्गज कंपनियों के प्रमुखों से मुलाकात करेंगे। यात्रा के दौरान उनके साथ उद्योग मंत्री उदय सामंत (Uday Samant) के अलावा एमआईडीसी, एमएमआरडीए और सिडको के अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल भी होगा। उनके यात्रा के दौरान डेटा सेंटर, ऑटोमोबाइल, सेमीकंडक्टर, ईवी, इलेक्ट्रॉनिक्स, इस्पात, खाद्य प्रसंस्करण, कपड़ा, फार्मास्यूटिकल्स और बुनियादी ढांचे जैसे क्षेत्रों में करार होने की संभावना है।