महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (CM Devendra Fadnavis) के सामने लेडी नक्सली विमला चंद्र सिदम उर्फ तारक्का समेत कुल 11 नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया। इन सभी नक्सलियों के सिर पर 1.03 करोड़ रुपये का सामूहिक इनाम रखा गया था। ये सभी सुरक्षा कर्मियों पर हमले करने में शामिल थे। विमला पिछले 38 सालों से नक्सलवादी आंदोलन में शामिल थी। सीएम फडणवीस ने नक्सल विरोधी अभियानों में बहादुरी के लिए C-60 कमांडो और अधिकारियों को सम्मानित भी किया। उन्होंने कहा कि हथियार डालने वाले नक्सलियों की संख्या में वृद्धि और भर्ती करने में आंदोलन में विफलता को देखते हुए महाराष्ट्र जल्द ही नक्सल खतरे से मुक्त हो जाएगा।
कौन है लेडी नक्सली, जिसके ऊपर है 1 करोड़ का इनाम
तारक्का का मूल नाम विमला सिदम है, तरक्का के खिलाफ 170 से ज्यादा गंभीर अपराध दर्ज हैं चार राज्यों में एक करोड़ से ज्यादा का इनाम है। तरक्का ने गढ़चिरौली जिले में Naxals आंदोलन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। तारक्का 1983 में माओवादी संगठन में शामिल होने वाली गढ़चिरौली की पहली महिला माओवादी हैं। (Lady Naxal Vimala Chandra Sidam )
क्या बोले सीएम देवेंद्र फडणवीस?
अपने दौरे के दौरान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि गढ़चिरौली के दूरदराज इलाकों में नक्सलियों का प्रभाव खत्म हो रहा है। नक्सलियों के प्रभाव को खत्म करके गढ़चिरौली को सरकार महाराष्ट्र का प्रथम जिला बनाएगी। आमतौर पर गढ़चिरौली को महाराष्ट्र का अंतिम जिला इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह राज्य की पूर्वी सीमा पर छत्तीसगढ़ बॉर्डर पर स्थित है।